स्वामी विवेकानन्द
हमारे सबसे बड़े प्रेरणास्रोत...
गुरुवार, 28 मार्च 2013
"जो सबका दास होता है, वही उनका सच्चा स्वामी होता है
। जिसके प्रेम में ऊँच-नीच का विचार होता है, वह कभी नेता नहीं बन सकता। जिसके प्रेम का कोई अन्त नहीं है, जो ऊँच-नीच सोचने के लिए कभी नहीं रुकता, उसके चरणों में सारा संसार लोट जाता है।"
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