"...यदि
आलू बैगन का स्पर्श हो जाये, तो कितने समय के अन्दर यह ब्रह्माण्ड रसातल को पहुँच
जायेगा, तथा चौदह बार हाथ में मिट्टी न लगाने से चौदह पुरूष नरकगामी होते हैं अथवा
चौबीस पुरूष, इन कठिन प्रश्नों की मीमांसा में ये लोग आज दो हजार वर्षों से लगे
हुए हैं; जबकि दूसरी ओर जनता का एक-चौथाई भाग भूखा मर रहा है।..."
(स्वामी
विवेकानन्द द्वारा गुरुभाई स्वामी ब्रह्मानन्द को लिखे पत्र से)
बहुत खूब एक दम सटीक आकलन करती
जवाब देंहटाएंआज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
तुम मुझ पर ऐतबार करो ।