रविवार, 17 फ़रवरी 2013


"किसी भी देश की प्रगति का सबसे बेहतर पैमाना यह है कि वह देश अपनी महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करता है। जब तक महिलाओं की स्थिति नहीं सुधरेगी, तब तक इस दुनिया के कल्याण की कोई सम्भावना नहीं है। भारत में पुरुषों ने महिलाओं को उत्पादन मशीन बना कर छोड़ा है। लेकिन अगर महिलाओं को सशक्त नहीं बनाया गया, तो फिर तरक्की का कोई रास्ता नहीं बचता।"

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