सोमवार, 18 फ़रवरी 2013


स्वामी जी को परेशानियों की महज कल्पना या झलक सिहरन पैदा करती है, पर इनके बावजूद उन्होंने वे काम किये, जो भारत हजारों-हजार वर्ष तक याद रखेगा. इस इंसान से बढ़ कर दूसरा कौन बड़ा प्रेरक है, मानव समाज के लिए? पारिवारिक जीवन की भारी मुसीबतें, निजी जीवन में रोगों से परेशान फिर भी दूसरों के लिए, समाज के लिए, भारत माता के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देना और जीवन झोंक देना.
इससे बड़ा आदर्श चरित्र आज की युवा पीढ़ी के लिए दुनिया में कौन होगा? अनेक इतिहास नायक हुए हैं, बड़े लोग हुए है, जिनकी कुरबानियों और संघर्ष ने संसार को यहां तक पहुंचाया, पर अभावों से इस तरह गुजरते हुए इतना कुछ कर जाने वाले इंसान बहुत कम हुए हैं. 
( साभार: http://prabhatkhabar.com/node/260223 ) 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें